Blockchain क्या है ? Blockchain की विशेषताएं

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Blockchain क्या है?

Bitcoin के बारे में तो अधिकतर लोगों ने सुना होगा। कुछ समय पहले Bitcoin बहुत ही प्रचलित था और है भी। Bitcoin डिजिटल करेंसी है तथा यह एक ऐसी मुद्रा है जो की केवल Digitally Store रहती है। यह आम मुद्राओं की भांति नहीं होती है लेकिन बिटकॉइन का उपयोग आप आम मुद्रा की तरह ही कर सकते हैं।  Bitcoin की कीमत बहुत ही तेजी से बढ़ रही है। कुछ समय पहले यानी सन 2010 में  1 Bitcoin की कीमत अमेरिकी डॉलर 0.06 (इंडिया में लगभग 2.85 रुपए) से भी कम थी लेकिन इस समय आज के दिनो मे 1 Bitcoin की कीमत लगभग  30 lakhs से ज्यादा हो चुकी है। इसकी कीमत ब्लॉकचैन की वजह से बड़ी है। ब्लॉक चैन की जरिए यह अत्यधिक चर्चा में है तथा सुरक्षित है।

तो हम जान चुके है की बिटकॉइन क्या है इसकी कीमत क्या है। इसकी कीमत पहले मार्केट में पहले कितनी थी और अब कितनी है।चूंकि Bitcoin का संबंध ब्लॉकचैन से है जो सबसे पहले  Blockchain के बारे में जानना  जरूरी है तो अब आगे हम जानेंगे की ब्लॉकचेन क्या है। और ब्लॉक चैन Blockchain Technology के बारे में भी  जानने के लिए हमे सबसे पहले जानना होगा की Blockchain क्या है। यह कैसे कार्य करता है। तो आइए जाने की Blockchain क्या है?

Blockchain एक ऐसी टेक्नोलॉजी है, जिसके द्वारा किए गए कार्यों का विवरण ( Transactions) की प्रविष्टियों (Entries) को संरक्षित करके रखा जाता है।  यह एक खाते के रूप में कार्य करता है जिसे डिजिटल बहीखाता कहा जा सकता है। इसमें किसी भी डिजिटल लेनदेन की पूरी जानकारी स्वतः ही एक ब्लॉक के रूप में सुरक्षित हो जाती है। तथा सुरक्षित हुए ब्लॉक के अंदर के डाटा को Cryptography Technology द्वारा Encode करके रखते हैं, जिसे Hash कहते हैं।

अथवा यह एक ऐसी तकनीक है जिससे क्रिप्टो करेंसी (Cryptocurrency) तथा Bitcoin का स्थानांतरण होता है। 

ऐसे ही बढ़ते हुए कार्यों के विवरण (transaction) के साथ ब्लॉक्स भी बढ़ते हुए एक श्रृंखला के रूप एक दुसरे से क्रमबद्ध तरीके से जुड़ते जाते है जिसे Blockchain कहते हैं।Blockchain आने वाले समय में lover Cast का सूचनाओं को भेजने का बहुत बड़ा माध्यम बन सकता है ।

जैसा कि आप जानते हैं कि Blockchain बहुत से ब्लॉक से मिलकर बना हुआ एक जाल होता है। तो जब किसी एक कंप्यूटर द्वारा Coins भेजे जाते है तो उस कंप्यूटर से  जुड़े सभी कंप्यूटरों तक इन भेजे गए Coins की जानकारी पहुंच जाती है। फिर इन कंप्यूटरों द्वारा इन Coins की जांच की जाती है।जांच करने के उपरांत भेजे गए  Coins  का डाटा सभी  कंप्यूटरों में Save हो  जाता है  एक बार डाटा सुरक्षित होने के बाद उसमें कोई भी बदलाव करना बहुत मुश्किल  होता है। Blockchain एक प्रकार की उच्चस्तरीय सिक्योरिटी होती है, इसमें डाटा बहुत ही सुरक्षित रहता है। इसका डाटा किसी भी हैकर (Hacker) द्वारा हैक करना बहुत ही मुश्किल होता है।

 जैसा कि हमने आप लोगो को ब्लॉकचेन के बारे में समझाने की पूरी कोशिश की है आशा है की आपको ब्लॉक चैन पूरी तरह से समझ में आ गया होगा तो हम आगे बढ़ते हैं ।

Blockchain Technology को लेकर लोगो के अंदर बहुत सी उत्तेजनाएं उत्पन्न थी कि Blockchain हमारे जीवन को पूरी तरह से बदल देगा तो क्या सच में ऐसा है?  जिसको जाने के लिए हमें BlockChain Technology को अच्छी तरह से पढ़ना होगा। 

तो आइए जानते है की ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी क्या है ? यह कैसे काम करती है ? और इसका हमारे जीवन में क्या महत्व है ?

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BlockChain Technology क्या है? 

यह टेक्नोलॉजी सर्वप्रथम सन 1991 में Stuart Haber तथा W. Scott Stornetta विकसित की गई सन 1991 में इस टेक्नोलॉजी को बहुत कम बहुत दिया गया उसके बाद सन 2009 Bitcoin के साथ लॉन्च हुई तब से इस टेक्नोलॉजी को बहुत अधिक महत्व दिया जाने लगा।

BlockChain Technology ऐसी Technology है, जिसमे लेन देन के लिए  2 व्यक्तियों के अलावा किसी अन्य व्यक्ति (Third party ) की जरूरत नहीं होती है। अर्थात खरीदने और बेचने वाले दोनों व्यक्तियों  के बीच  आपस में लेन देन होता है। इसमें किसी बिचौलिए जैसे- Bank, Money Transfer, Pay pal आदि की कोई आवश्यकता नहीं होती है। बिचौलियों के जरिए किए गए लेन देन में इन्हे सेवा शुल्क (कर)भी देना पड़ता है। जबकि Blockchain Technology में किसी बिचौलिए के न होने से हमें इस कर को नहीं देना होता है। 

Blockchain Technology बहुत ही क्रिटिकल तकनीक मानी जाती है। यह तकनीक एक हाई सिक्योरिटी वाली तकनीक होती है जिसको Hackers (हैकरों) द्वारा हैक करना बहुत ही मुश्किल होता है। क्योंकि इस तकनीक में बहुत से कंप्यूटर आपस में जुड़े होते हैं एक साथ सभी कंप्यूटरों को हैक करना मुश्किल है। यह तकनीक शुरू से लेकर आज तक  हुए सभी  डिजिटल लेन देन (Transaction) का ब्योरा रखती है। जिसको आवश्यकता पड़ने पर आप कभी भी देख सकते है।

Block Chain Technology  द्वारा बढ़ते हुए क्राइम को रोका जाता है। तथा हैकरों द्वारा हैक किए जाने वाले Systems की हैकिंग को भी रोकने के लिए बहुत ही भरोसेमंद तकनीक है। 

Blockchain Technology द्वारा 2008 में Bitcoin की प्रस्तुति ( लॉन्च) की गई जिसकी प्रस्तुति सातोशी नाकामोतो नामक अभियंता ने की। इसकी प्रस्तुति के कुछ समय बाद लगभग 3 जनवरी 2009 में इसकी शुरुआत की गई।

सातोशी नाकामोटो( Satoshi Nakamoto)-  इन्होंने बिटकॉइन को लॉन्च किया इनके जीवन को लेकर लोगों में मतभेद है। यह 2011 में अचानक गायब हो जाते हैं। उसके बाद इनका कोई पता नहीं चलता है। बहुत लोगों का मानना है कि सातोशी नाकामोटो नाम का कोई व्यक्ति ही नहीं था। यह बस एक काल्पनिक नाम है। इसकी पूरी जानकारी किसी के पास उपलब्ध नहीं है। सातोशी नाकामोटो एक व्यक्ति भी हो सकते हैं।

बिटकॉइन, ब्लॉकचैन तकनीकी पर कार्य करती है तथा ब्लॉकचैन विकेंद्रीयकरण ( Decentralized) प्रणाली पर कार्य करती है।

विकेंद्रीकरण प्रणाली( De centralized)– इसका मतलब यह है कि Blockchain किसी भी सरकारी तथा किसी बैंक के नियंत्रण में नहीं रहती है।

सरकार तथा बैंक केंद्रीकरण ( Centralized) प्रणाली को नियंत्रित में रखती है।

Blockchain Technology कैसे काम करती है?

जैसे की हम लोगों ने जाना क्या है  की blockchain का है इसका हमारे जीवन में क्या महत्व है इसका उपयोग कहाँ कहाँ कर सकते है  और इसी से  संबंधित blockchain टेक्नोलॉजी के बारे में भी हम लोगों ने बहुत अच्छे से सीखा है तो आगे हम लोग बात करते हैं की Blockchain Technology कैसे कार्य करती है।

Blockchain Technology में डिजिटल लेन देन का हिसाब रखा जाता है। Block Chain बहुत से कंप्यूटरों का संग्रह होता है इसमें हजारो कंप्यूटर आपस में जुड़े होते है जब किसी व्यक्ति द्वारा पैसे जमा किए जाते है तो पैसे का लेखा जोखा digitally रूप से रखा जाएगा और उस Transaction की एंट्री भी होती है और उस लेन देन का पूरा डाटा इसी ब्लॉक के जरिए बहीखाता में सेव हो जाता है। जब ब्लॉक के द्वारा कोई भी लेनदेन की एंट्री की जाती है तो वह एंट्री ब्लॉक से जुड़े सभी कंप्यूटरों तक पहुंच जाती है जिससे एक बार की एंट्री में बदलाव करना बहुत ही मुश्किल होता है। चूंकि एक ब्लॉक में बहुत से कंप्यूटर आपस में जुड़े होते हैं किसी भी लेने देन की एंट्री में हुई गड़बड़ी को सुधारने के लिए सभी कंप्यूटरों की अनुमति की जरूरत होती है जो की बहुत ही मुश्किल है। इसलिए यह टेक्नोलॉजी एक High Security Technology मानी जाती है।

उदाहरण के तौर पर –  किसी कंपनी के मालिक या किसी अन्य व्यक्ति द्वारा वही डाटा एक कंप्यूटर में न  रखकर या एक व्यक्ति के पास न रखकर अलग अलग व्यक्तियों के पास या अलग अलग कंप्यूटरों में रखा जाता है तो जो डाटा मालिक या किसी व्यक्ति द्वारा सेव कर दिया जाता है  तो वह सभी कंप्यूटरों में सेव हो जाता है। तो उस डाटा में हुई त्रुटि को सुधारने के लिए अलग अलग कंप्यूटरों से सुधारना मुश्किल होता है।

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जैसा कि आप लोग जानते हैं कि इसमें बहुत सारे ब्लॉक्स होते है जो कि आपस में जुड़े होते हैं हर एक ब्लॉक में डाटा (data), हैश (Hash) तथा पहले ब्लॉक का हैश होता है। तो क्या आप लोगों ने कभी इन तीनों के बारे में सुना है? अगर नहीं सुना है  तो आगे हम आपको इन तीनों के बारे में बताते हैं। कि डाटा, हैश और पहले ब्लॉक का हैश क्या होता है।

डाटा, हैश तथा पहले ब्लॉक का हैश –

तो सबसे पहले हम बताते है की डाटा क्या होता है?

Blockchain Technology में Save किया गया डाटा कभी हैक नहीं हो सकता और न ही किसी अन्य व्यक्ति द्वारा चुराया जा सकता है क्योंकि यह डाटा किसी हजारों, लाखों कंप्यूटरों में सुरक्षित किया जाता है। इस डाटा को आप ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के द्वारा हमेशा के लिए सुरक्षित रख सकते हैं तथा भविष्य में कभी भी काम पड़ने पर देख सकते हैं।

डाटा के हम बताते है हैश क्या है ?

हैश एक security code है, जोकि अन्य सभी से अलग होती है अगर ब्लॉक में कोई बदलाव किए जाते है तो हैश स्वतः ही बदल जाता है।

पहले ब्लॉक का हैश – Blockchain में बहुत से ब्लॉक होते है प्रत्येक ब्लॉक के पहले ब्लॉक का भी हैश होता है यही वजह है प्रत्येक ब्लॉक एक दूसरे से जुड़े होते हैं।

Blockchain Technology  की विशेषताएं – 

  • Blockchain Technology एक ऐसी तकनीक है जिसमें बहुत से कंप्यूटर आपस में जुड़कर कार्य कर सकते हैं।
  • Blockchain Technology High Security रखती है इसके सुरक्षित डाटा को किसी भी हैकरों द्वारा हैक नहीं किया जा सकता है।
  • Blockchain Technology किसी Third party की आवश्यकता नहीं होती है।
  • इसमें किसी भी लेनदेन का का रिकॉर्ड एक कंप्यूटर में सेव नहीं होता है बल्कि इससे जुड़े हजारों लाखों कंप्यूटरों में एक साथ सेव हो जाते है।
  • इस Technology में एक बार सेव किया गया डेटाबेस में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया जा सकता है। और न ही कीसिस प्रकार की त्रुटि में सुधार किया जा सकता है।
  • इसमें किसी भी रेकॉर्ड को सेव करने के लिए इससे जुड़े सभी कंप्यूटरों की अनुमति लेनी पड़ती है। बिना अनुमति के नया डाटा सेव नहीं किया जा सकता।
  •  इस टेक्नोलॉजी में सभी कंप्यूटर पुराने से पुराने डेटाबेस का विवरण रखता है। जिसको आप कभी भी किसी भी समय देख सकते हैं।
  • Blockchain Technology एक Distributer की तरह कार्य करता है जोकि ब्लॉकचैन में सुरक्षित Database को वितरित कर सकता है।
  • इस टेक्नोलॉजी में अगर किसी कारणवश किसी कंप्यूटर में किसी प्रकार की Fault हो जाती है तो यह चैन आसानी से चलती रहती है।
  • यह Technology अपने नेटवर्क पर समान जानकारी के ब्लॉक को एकत्रित कर सकता है।

Blockchain Technology का प्रयोग कहां कहां किया जाता है ?

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आशा है कि Blockchain Technology तो अच्छे से आप लोगों के समझ में आ गई होगी तथा यह Technology कैसे कार्य करती है तथा इसकी क्या विशेषताएं है इसके  बारे में भी हम लोगों ने अध्ययन किया है तो आगे हम लोग सीखेंगे आजकल Blockchain Technology का प्रयोग किन किन स्थानों पर किया जाता है।

Blockchain Technology जगहों पर प्रयोग में लाई जाती है जो की निम्नवत हैं-

शिक्षा (Education)-

आजकल शिक्षा के क्षेत्र में बताया Blockchain Technology का बहुत अधिक लाभदायक है  आज के समय में हो रहे परीक्षा पेपरों में हो रही धांधली जैसे- Question paper को लीक  करना हो तथा परीक्षा में प्राप्त अंकों को  किसी विशेष Person द्वारा  कहे जाने पर बढ़ता  हो आदि को इस तकनीक द्वारा रोका जा सकता है।

 जनता का लेखा जोखा ( Public Record)-

Public Record के लिए भी  Blockchain Technology bahut सुविधाजनक है। सरकार को किसी पुराने कार्यों का लेखा जोखा तथा कुछ समय से बंद बड़े Criminal Records जिसकी  आगे कभी आवश्यकता लग सकती है इन रिकॉर्डों को आप  Blockchain Technology के जरिए से आप इसको सुरक्षित रख सकते है। तथा भविष्य में कभी भी कभी भी आवश्यकता पड़ने पर इसे देख  सकते हैं।

 संपत्ति लेन देन ( Property Dealing)-

Blockchain Technology ने संपत्ति के लेन देन को भी बहुत आसान बनाया है जमीन को खरीदते समय हमें बहुत से Documents की जरूरत होती है जिसका लेखा जोखा रखना बहुत ही जरूरी होता है क्योंकि भविष्य में इसकी आवश्यकता जरूर लगती है। इन Documents को आप Blockchain Technology की सहायता से सुरक्षित रख सकते है जिससे की भविष्य में कभी भी इसकी आवश्यकता पड़ने पर उपयोग में लाया जा सके।

 साइबर सुरक्षा ( Cyber Security)- 

 Cyber सुरक्षा का संबंध इंटरनेट पर किए जाने वाले कार्यों से है। साइबर सुरक्षा के लिए भी Blockchain Technology बहुत उपयोगी बन सकती है जब आप इंटरनेट पर कार्य कर रहे होते हैं तो आपके द्वारा किए गए कार्य का डाटा के चोरी होने की आशंका भी बनी रहती है तथा चोरी भी हो सकता है जिसको Blockchain Technology का प्रयोग करके चोरी होने से बचा सकते हैं।

सब्सिडी वितरण-  

सब्सिडी वितरण के में हो रही धांधली को रोकने के लिए भी ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर सकते हैं जब हम लोग गैस सिलेंडर खरीदते है तो उस गैस सिलेंडर के कुछ पैसे सब्सिडी के रूप में सिलेंडर खाताधारकों के अकाउंट में भेजा जाता है। कभी कभी इसमें   धांधली हो जाती है जिससे की सिलेंडर खाताधारकों के अकाउंट में सब्सिडी नहीं पहुंचती है Blockchain Technology me सब्सिडी का रिकॉर्ड सुरक्षित करके हो रही धांधली को  रोका जा सकता है। जिससे की खाताधारकों के अकाउंट में प्रत्येक महीने उसकी सब्सिडी पहुंच जाएगी।

Blockchain Technology के प्रकार-

Blockchain Technology मुख्य रूप से दो प्रकार की होती हैं –

1  Public Blockchain

2  Private Blockchain

1. Public Blockchain- Cryptocurrency का Transactions Public blockchain का प्रमुख उदाहरण माना जाता है। यह Blockchain की ऐसी तकनीक है जिसके द्वारा  Cryptocurrency तथा Bitcoin का संचालन होता है। तथा यह एक Decentralization Database है जिसको आप किसी व्यक्ति विशेष द्वारा देखा जा सकता है।

2. Private Blockchain – Blockchain की ऐसी तकनीक जहां किसी भी लेनदेन का डाटा को Digitally रूप में बनाकर सुरक्षित किया जाता है। Private Blockchain में Bitcoin को डिजिटल माध्यम माना गया है। जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति कोई भी लेनदेन या किसी भी चीज की खरीदारी कर सकता है।

Blockchain Technology कितना Secure है-

अगर हम बात करें इंटरनेट के सभी सिस्टमों के बारे में तो लगभग सिस्टम को हैक किया जा सकता है अगर हम बात करे Blockchain Technology की तो 

 Blockchain Technology अन्य सभी टेक्नोलॉजी की तुलना में सबसे Secure टेक्नोलॉजी मानी जाती है। इस टेक्नोलॉजी को हैक नहीं किया जा सकता है क्योंकि इस टेक्नोलॉजी में  लाखों कंप्यूटर आपस में जुड़े होते है। जिससे की इस टेक्नोलॉजी को हैक करने के लिए सभी कंप्यूटरों को एक साथ हैक करना पड़ेगा जो कि करना बहुत ही मुश्किल है। 

Blockchain Technology के फायदे- 

Blockchain Technology हम लोगों के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हुआ है इसके बहुत से फायदे  है जिनमे से कुछ फायदों के बारे में हम आप से बताते हैं –

1. BlockChain Technology के द्वारा  हो रहे डिजिटल क्राइम को रोका जा सकता है तथा इस  तकनीक द्वारा इंटरनेट पर  किए गए कार्यों बिलकुल सुरक्षित सुरक्षित रखती है। तथा इस तकनीक से हैकरों द्वारा अपने डाटा को हैक होने से बचाया जा सकता है।

2. Blockchain Technology सभी सिस्टम को एक साथ जोड़ने में मदद करता है तथा एक ही डाटा को इकलौते system द्वारा सेव करके नेटवर्क से जुड़े सभी सिस्टम तक पहुंचाया जा सकता है।

3. Blockchain Technology में अपने डाटा को सेव करके हमेशा के लिए सुरक्षित रख सकते हैं  इसमें सेव किया गया डाटा कभी भी Format नहीं होता है। इसमें सेव डाटा को आप भविष्य में कभी भी एक्सेस करके देख सकते हैं।

4. Blockchain Technology के द्वारा बिना किसी बिचौलिए ( Third Party) के  लेन देन (Transaction) किया जा सकता है। तथा बिचौलियों को दिए जाने वाले सेवा कर से छुटकारा मिलता है।

5. Blockchain Technology में Cryptography Encoded Technology का प्रयोग करके डिजिटल बहीखाता को सुरक्षित रखा जा सकता है।

6. BlockChain Technology द्वारा एक साथ हजारों लाखों कंप्यूटरों पर काम कर शक्ति हैं तथा सभी लोगो से एक साथ संचार कर सकते हैं।

Blockchain  Technology भविष्य में कैसे सहायक बनने वाली है?

जैसा कि हम लोगों ने जाना की Blockchain Technology क्या है, कैसे काम करती है, विशेषताएं क्या है ,फायदे क्या है। तो आशा है आप लोगो के समझ में आ गया होगा तो आगे हम बात करते हैं कि Blockchain टेक्नोलॉजी का आने वाले दिनों में क्या महत्व है-

हम सभी जानते है कि आजकल के दिनों में ऑनलाइन वर्क को बहुत महत्व दिया जा रहा और आगे आने वाले दिनों में विष बाद ही जायेगा तो अगर आप ऑनलाइन Bussiness करके पैसा कमाना चाहते है तो आपका Blockchain Account होना बहुत जरूरी है। Blockchain टेक्नोलॉजी के द्वारा भविष्य में सभी कार्यों को आसान बनाने वाला है जैसे कि- अभी के दिनों में पैसे के लेनदेन के लिए Google pay, Phonepe ,Paytm आदि  के प्रयोग से आसानी से हो जाता है वैसे ही भविष्य में हर एक सेक्टर में डिजिटल रूप से किसी भी तरीके के लेनदेन तथा लेखा जोखा रखने के लिए Blockchain Technology बहुत ही लाभकारी होने वाली है।

आपने क्या सीखा है –

दोस्तों इस लेख की मदद से हमने आपको बताया ब्लाक चैन टेक्नोलॉजी क्या है और भी समस्त जानकारियों को बताया है अगर आपको किसी भी प्रकार का संदेह है तो हमें कमेन्ट जरुर पूछे | इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि अन्य लोगों की मदद हो सके |

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Neha Yadav
Neha Yadav
यह लेख Hindi Target की लेखिका NEHA YADAV के द्वारा लिखा गया है | यदि आपको लेख पसंद आया हो तो Hindi Target Team आप से उम्मीद रखती है कि आप इस लेख को ज्यादा से ज्यादा Share करेंगे | धन्यवाद !

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