ग्रीन टी अर्थात हरी टी के फायदे व नुकसान(Green tea Benefits and side Effects in hindi)

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ग्रीन टी अर्थात हरी टी के फायदे व नुकसान(Green tea Benefits and side Effects in hindi)-

Green tea ke fayde or nuksaan -ग्रीन टी के फायदे व नुकसान-

दोस्तों आप सभी क्या पता कि ग्रीन टी हमारे लिए कितने फायदेमंद होती है।हरी चाय को केमलिया सयंत्र से बनाई जाती है,कैमिला सिनेसिस के सूखे पत्तों और कलियों के विभिन्न प्रकार के चाय बनाने के लिए उपयोग में लाया जाता है।ग्रीन टी के बहुत से फायदे होते हैं यह हमारी कई बीमारियों में लाभकारी होता है।

ग्रीन टी के बारे में पूरी जानकारी  – 

हरी चाय के प्रकार(Green Tea Types)-

हरी चाय जो होती है वह कई प्रकार की पाई जाती है।हरी चाय शुष्क पत्तो और तरल पत्तियों के रूप में पाई जाती है।हरी चाय का प्रयोग आप कई रूपों में कर सकते हो जैसे- केप्सूल के रूप में,डिब्बा बन्द कन्टेनर,पाउडर के रूप,सिंगल चाय बैग के रूप में किया जाता है ।

हरी चाय का इतिहास (Green Tea History) –

क्या आप सभी लोग चाय के इतिहास के बारे में जानते हैं।आप सभी पता है क्या की चाय की उतपत्ति किसने की तो चलिए जानते हैं। इतिहासकारों के अनुसार चाय की खोज 1046 में चीन के शांग राजवंश ने चाय की उतपत्ति औषधि के रूप में की। और जो लू यू के द्वारा लिखी गई पुस्तक ‘ चाय क्लासिक ‘ को हरी चाय के इतिहास में जाना जाता है और फिर बाद में इसे मंगोलो ने इस चाय को पेय पदार्थ के रूप में प्रयोग करना शुरू किया। फिर जब भारत में ईस्ट इंडिया कम्पनी के बाद  ब्रिटिश ने एशिया और यूरोप में चाय के व्यापार को शुरू किया और फिर डार्लिंग में सभी चाय की खेती करने लगे आज फिर पूरे विश्व में चाय का उपयोग होने लगा सभी इसका उपयोग पेय पदार्थ के रूप में करने लगे।

चाय में पाए जाने वाले पोषक तत्व- 

दोस्तों क्या आप सभी लोग जानते हो कि ग्रीन टी में कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं।हरी चाय में ऐसे बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे स्वस्थ के लिए बहुत लाभदायक है तो चलिए जानते हैं चाय में पाए जाने वाले पोषक तत्व- ऊर्जा, मैग्नीशियम, पोटैशियम,प्रोटीन,सोडियम, केफ़िन,राइबोफ्लेविन बी2,विटामिन बी6,विटामिन सी,नियासिन बी3, थयामिन बी 1,आयरन और पानी ये सब चाय में पाया जाता है।

चाय के फायदे(Green Tea Benefits in hindi )-

ग्रीन टी हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है तो चलिए जानते हैं ग्रीन टी के फायदों के बारे में –

1.त्वचा के लिए ग्रीन टी के फायदे(Green Tea Benefits in hindi)-

ग्रीन टी हमारे त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होती है क्योंकि हरी चाय में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाया जाता है जिससे शरीर में जो विषाक्त पदार्थ होते हैं उनको बाहर निकालता है जिससे यह हमारी त्वचा के लिए फायदेमंद होता है।

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2.ग्रीन टी स्वास्थ्य के लिए-

बहुत सालो से ग्रीन टी का सेवन दवाओं के रूप में किया जा रहा था।लेकिन अब इसका उपयोग स्वस्थ्य के लिए किया जाता है हरी चाय हमारे शरीर के तापमान को नियंत्रित रखता है।इसका उपयोग अब व्यापक रूप से चीन में किया जाता है।इस लिए ग्रीन टी का सेवन अब ज्यादातर लोग करने लगे।

3.याददाश्त को बढ़ाने में ग्रीन टी के फायदे-

हरी चाय हमारी याददाश्त के लिए बहुत ही लाभदायक होती है।हरी चाय हमारी मस्तिष्क के संज्ञानात्मक को बढ़ा देती है।जो हमारी याददाश्त को बढ़ाने में लाभदायक होती है।अगर हरी चाय का सेवन करे तो इससे अल्जाइमर से भी छुटकारा मिलता है।

4.वजन घटाने और मधुमेह के रोग में मददगार-

ग्रीन टी का उपयोग वजन कम करने में भी किया जाता है।ग्रीन टी में मौजूद ग्लूकोज को नियंत्रित करता है औए यह रक्त शर्करा को भी नियंत्रित करता है और ग्रीन टी उच्च इन्सुलिन स्पाइक्स को और वसा भंडार को भी रोकता है इस लिए सभी को ग्रीन टी का सेवन जरूर करना चाहिए।

5.ह्रदय रोग से बचाव में ग्रीन टी का उपयोग-

ग्रीन टी के सेवन से ह्रदय रोग के मृत्यु दर को कम करती है क्योंकि हरी चाय में कैटेचिन आदि यौगिक होते है जिसका व्यक्ति सेवन करते हैं।ग्रीन टी रक्त वाहिकाओं में खून के थक्के के जमने से रोकता है और इससे दिल के दौरे पड़ने से बचाता है।

6.कोलेस्ट्रॉल को कम करने में –

Green Tea जो है वह बहुत से रोग के लिए फायदेमंद होती है।हरी चाय कोलेस्ट्रॉल रोग में भी फायदेमंद होती है।2011में एक प्रकाशित अध्ययन के जरिये पाया गया है कि अगर हम लोग हरी चाय के सेवन पेय पदार्थ या फिर केप्सूल के रूप में करे तो यह बड़े हुए कोलेस्ट्रॉल में कमी लाता है।

और उसके अलावा भी अगर हरी चाय का सेवन हम लोग करते हैं तो इससे दांत स्वस्थ रखते हैं और गठिया रोग में भी सुधार लाते हैं तनाव को भी कम करता है।इस लिए हमें हरी चाय का सेवन करना चाहिए।

7.कैंसर में रोकथाम-

हरी चाय हमारे लिए बहुत फायदेमंद होती है ये हमें कैसंर जैसी बीमारी से भी बचाता है क्योंकि हरी चाय में पोलयूफोनओल्स  होता है जो पराबैगनी किरण(UVB) विकिरण के कारण होने वाले नुकसान से बचाती है।और कुछ अध्ययनों से  पता चला है कि इसमें हरी चाय के सकारात्मक प्रभावों को दिखाया है  जिनमे शामिल हैं – यात्र, गला, फेफड़े,मूत्राशय,स्तन कैंसर,डिम्बग्रंथि, आदि रोगों से हरी चाय बचाती है।

हरी चाय पीने के प्रभाव(Green Tea Effects)-

हरी चाय का अधिक सेवन करने से पड़ने वाले कुछ प्रभाव निम्न लिखित है-

एनीमिया-

हरी चाय का सेवन सभी कम मात्रा में करनी चाहिए क्योंकि ज्यादा करने से एनीमिया रोग का खतरा बढ़ जाता है।

चिंता व विकार की समस्या-

हरी चाय का सेवन हम लोगों को जरूर करना चाहिए पर ज्यादा नही करना हरी चाय में कैफीन होता है जो चिंता या विकार की समस्या को बढ़ा सकता है।

कमजोर हड्डियां में-

अगर किसी व्यक्ति की कमजोर हड्डियां है तो उन्हें ग्रीन टी को नही पीना चाहिए क्योंकि यह कैल्शियम की मात्रा को बढ़ा देता है जिससे हमारे शरीर को नुकसान होता है।

रक्तस्राव की समस्या-

अगर आप लोग हरी चाय को ज्यादा पियेंगे तो जो चाय में केफ़िन मौजूद होता है वह मधुमेह, जिगर की बीमारी और खून के बहाव की समस्या को बढ़ा देता है।

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ग्रीन टी के सेवन करने का तरीका(How to Drink Green Tea)-

हरी चाय का सेवन हमें निम्न तरीकों से करनी चाहिए-

  • पहले हरी चाय का पाउडर ले और फिर उसको गर्म करे और उसमें शहद व नीबू अपने स्वाद अनुसार मिलाकर इसको पी सकते हो।
  • अगर आपको हरी चाय बनानी है तो एक छोटा चम्मच चायपत्ति एक कप पानी में 80 डिग्री सेल्सियस पर गर्म करें अगर इसको ज्यादा खोलोगे तो ये स्वाद में कड़वा जो जाएगा इसलिए इसको कम और गर्म करें और छान कर पी ले।
  • और अगर आपको अदरक वाली हरी चाय पीनी है तो सबसे पहले अदरक को डाल कर गर्म करें और फिर उसमें एक छोटा चम्मच चायपत्ती डाल कर गैस को बंद करे दे फिर इसका सेवन आप कर सकते हो।

हरी चाय के नुकसान-

जिस प्रकार आप सभी के फायदे होते हैं उसी प्रकार उसके कुछ न कुछ तो नुकसान होते ही हैं।इसी प्रकार हरी चाय के भी कुछ नुकसान हैं इसलिए इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।हरी चाय वयस्कों के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है लेकिन कुछ लोग होते हैं जिनको पेट की समस्या हो जाती है जैसे कब्ज पैदा हो जाती है। यह लाभदायक है पर अधिक मात्रा में सेवन करने से नुकसानदायक भी है क्योंकि ग्रीन टी में कैफीन होता है जो नुकसानदायक होता है और इसकी वजह से  घबराहट, नींद की समस्या,चक्कर आना,सिरदर्द, जैसी समस्या उत्तपन्न हो जाती है।

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Neha Yadav
Neha Yadav
यह लेख Hindi Target की लेखिका NEHA YADAV के द्वारा लिखा गया है | यदि आपको लेख पसंद आया हो तो Hindi Target Team आप से उम्मीद रखती है कि आप इस लेख को ज्यादा से ज्यादा Share करेंगे | धन्यवाद !

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