नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं एक रोचक विषय पर ,आप लोगों ने कभी न कभी BACKEND DEVELOPER का नाम जरूर सुना होगा ,अगर नहीं सुना है तो आपको इस विषय में पूरी जानकारी इस लेख के माध्यम से दी जाएगी।
Table of Contents
BACKEND DEVELOPER किसे कहते हैं ?
जब हम किसी वेबसाइट पर जाते है तो हमे वह पर अनेक प्रकार के विकल्प मिलते हैं जिन्हे हम अपनी जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल करते जैसे-
हम किसी जॉब के लिए कोई फॉर्म भरते हैं, किसी FILE को DOWNLOAD करते हैं , किसी E-COMMERCE वेबसाइट से कोई सामान खरीदते हैं या फिर हम कोई वीडियो या फाइल को UPLOAD करते हैं ; तो यह सब आसानी से हो जाता है|
लेकिन इसके पीछे जो TECHNOLOGIES प्रयोग की जाती हैं उसे हम SERVER-SIDE DEVELOPMENT कहते हैं।
इस को जिसके द्वारा DEVELOPE किया जाता है उसे हम BACKEND DEVELOPER कहते हैं|
जब कोई यूजर ब्राउज़र से किसी वेबसाइट पर कोई REQUEST करता है ( जैसे – किसी FILE को DOWNLOAD करने के लिए किसी BUTTON को दबाना ) तो पहले की गयी ‘REQUEST’ SERVER पर जाती है
फिर वह ‘REQUEST ‘ सर्वर से डेटाबेस पर जाती है ,फिर यह प्रक्रिया उल्टी हो जाती है DATABASE से ‘DATA’ सर्वर पर जाता है और वह SERVER से USER के BROWSER पर दिखती है।
BACKEND DEVELOPER को क्या -क्या सीखना चाहिए ?
एक BACKEND DEVELOPER को मुख्य रूप से चार चीजों का अच्छे से ज्ञान होना चाहिए – PROGRAMMING , DATABASE , API ,SERVER
a)- PROGRAMMING LANGUAGE
BACKEND DEVELOPER सर्वर साइड डेवेलोपमेंट के लिए बहुत सारी PROGRAMMMING भाषाओं का प्रयोग करते हैं ;
एक BACKEND DEVELOPER को निम्न भाषाओं में से किसी एक भाषा का अच्छे से ज्ञान रखना चाहिए जैसे – C , C ++ , JAVA , PHP , PYTHON , DOT NET , GO LANG आदि |
BACKEND DEVELOPER इन भाषाओं में सबसे अधिक PHP को प्रयोग में लाते हैं क्यूंकि यह सबसे आसान और वेब डेवेलोपेन्ट में सहायक LANGUAGE है इसके द्वारा कम समय में कई TASK पूरे किये जा सकते हैं| यह केवल WEB DEVELOPMENT में ही यूज़ की जाती है।
b)- DATABASE
यह एक सुव्यवस्थित INFORMATIONS का STRUCTURE होता है जिसे हम DATA भी कहते हैं | जो COMPUTER में ECLECTRICAL FORM में रखा जाता है|
SQL , MySQL , MONGODB , NODE.JS , ORACLE आदि DATABASE हैं जो BACKEND DEVELOPER प्रयोग में लाते हैं। BACKEND DEVELOPER को DATABASE की जानकारी उतनी ही जरुरी है जितनी की एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की।
डेटाबेस तथा सर्वर को कनेक्ट करने के लिए हमे प्रोग्रामिंग भाषा जरूरत पड़ती है यह एक माध्यम का कार्य करती है जिससे हम आसानी से CONNECTION को बना पाते हैं।
C )- API
API का पूरा नाम APPLICATION PROGRAMMING INTERFACE है यह एक FUNCTIONS और PROCEDURES का सेट होता है जो किसी एप्लीकेशन के DATA तथा FEATURES को उपयोग करने की अनुमति देता है।
आपको सरल शब्दों में बताये तो API एक TOOLSET की तरह काम करता है जैसे आप किसी MOVIE को बुक करने के लिए PAYTM या किसी अन्य APP का यूज़ करते हैं तो वहां पर आपको कई सारे CINEMAS की SEAT BOOK कर सकते हैं ;
यह CINEMAS अपने APPLICATION की API दूसरे SERVICE PROVIDERS को यूज़ करने देती है जिससे दूसरे APP की मदद से BOOKING की जा सके।
- What is full stack developer ? फुल स्टैक डेवलपर क्या है ?
- FRONTEND DEVELOPER किसे कहते हैं , कैसे बने-पूरी जानकारी।
- HOW TO RESET JIO PHONE | किसी भी JIO PHONE को हार्ड रिसेट करे २ मिनट में |
D )- SERVER
SERVER एक COMPUTER होता है जहां बहुत सारा DATA होता है और यह दूसरे COMPUTER तक पहुंचाया जाता है ; यह एक प्रकार से प्रदाता जो बहुत सी सेवाओं को प्रदान करता है।
जैसे आपने कभी RENT पर कोई सामान या कमरा लिया होगा और MONTHLY या ANUALLY किराया देना पड़ता है ठीक उसी प्रकार हम वेबसाइट या डाटा को हर जगह से यूज़ कर सके इसके लिए हम एक सर्वर पर थोड़ी सी जगह लेते हैं ;
और कुछ पैसे किराये के रूप में देने होते हैं ,जिससे हम अपने डाटा और एप्लीकेशन की सेवाओं का लाभ ले सके।
एक BACKEND DEVELOPER को सभी प्रकार के सर्वर्स के बारे में जानकारी रखनी चाहिए जिससे वह BACKEND DEVELOPMENT में आसानी से काम कर सकें।
BACKEND DEVELOPER कैसे बने ?
BACKEND DEVELOPER बनने के लिए बारहवीं के बाद आप B.TECH या BCA या B.SC IN CS कर सकते हैं निचे दी गए TABLE को देखें
12TH के बाद |
COURSE | DURATION |
B.TECH (CS OR IT ) | 4 YEAR | |
BCA | 3 YEAR | |
B.SC (CS OR IT ) | 3 YEAR |
BACKEND DEVELOPER की SALARY INDIA में –
दोस्तों हमने जान लिया की BACKEND DEVELOPER क्या होता है क्या QUALIFICATION होना चाहिए। आपको CAREER शुरुआत करने से पहले यह पता होना चाहिए की उसका SCOPE क्या है आखिर कितना कमा सकते हैं।
BACKEND DEVELOPER की बात करे तो INDIA में INTERNSHIP के दौरान 10000 से लेकर रु.15000 प्रति माह STIPEND रूप में लगभग 6 -12 माह तक दिए जाते हैं |
यदि 2-3 साल के EXPERIENCE वाले BACKEND DEVELOPER को इंडिया में 5 लाख से लेकर 9 लाख रूपये प्रतिवर्ष मिलते हैं।
आपने क्या सीखा –
इस लेख माध्यम से हमने आपको बताया की ‘ BACKEND DEVELOPER किसे कहते है और कैसे बने ‘ उम्मीद है यह पोस्ट पसंद आयी होगी यदि इससे कोई भी DOUBT है तो हम से कमेंट बॉक्स पूछ सकते हैं हम आपकी पूरी मदद करेंगे।
कृपया हमारे इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे ताकि हमारा उत्साह वर्धन हो और हम ऐसे ही जानकारी भरे लेख लिखते रहें।
धन्यवाद !
I want to job….
which type of job are you want to do?
Thank you so much Sir. There is a lot of things to learn from this site.
Its my pleasure kusumaker…
Sir full stack wev dev and mern stack me kya difference h plz reply I’m very confused
MERN Stack bhi full stack me hi ata hai kyuki full stack me frontend aur backend dono aa jate hain, aur MERN Stack me frontend aur backend dono aa jate hai , agar aapko nhi pta frontend aur backend kya hai to mere in post ko axe se padh lijiye , frontend developement backend development