पेरिस में एआई एक्शन समिट 2025
फ्रांस की राजधानी पेरिस में 10-11 फरवरी 2025 को AI Action Summit का आयोजन हुआ। इस बड़े अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में 100 से ज्यादा देशों के नेता, वैज्ञानिक, उद्योगपति और एआई विशेषज्ञ शामिल हुए। इस समिट का उद्देश्य एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के सुरक्षित और जिम्मेदार उपयोग पर चर्चा करना था।
समिट की खास बातें
- फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने 109,000 मिलियन यूरो (करीब 1 लाख करोड़ रुपये) के निवेश की घोषणा की। इसका उद्देश्य यूरोप में एआई टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देना है।
- अमेरिका और ब्रिटेन ने इस सम्मेलन में शामिल ‘समावेशी एआई’ घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किए, जिससे वैश्विक सहमति को लेकर सवाल खड़े हुए।
- इस सम्मेलन में गूगल, ओपनएआई, माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी टेक कंपनियों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
भारत का एआई प्लान
भारत ने इस सम्मेलन में अपनी मजबूत भागीदारी दर्ज कराई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की एआई नीति को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया। हाल ही में भारत सरकार ने 10,738 करोड़ रुपये के निवेश के साथ ‘इंडिया एआई मिशन’ लॉन्च किया है, जिसका उद्देश्य देश में एआई स्टार्टअप्स और अनुसंधान को बढ़ावा देना है।
भारत के एआई मिशन के मुख्य बिंदु
- एआई इनोवेशन – भारत में एआई स्टार्टअप्स को बढ़ावा दिया जाएगा।
- सुरक्षित और नैतिक एआई – सरकार नैतिकता और डेटा सुरक्षा पर जोर दे रही है।
- एआई शिक्षा – स्कूलों और कॉलेजों में एआई से जुड़ी पढ़ाई को बढ़ावा दिया जाएगा।
- औद्योगिक और सरकारी उपयोग – एआई को स्वास्थ्य, कृषि और प्रशासन में लागू किया जाएगा।
- एआई भविष्य की तकनीक है, जिससे हर क्षेत्र में बदलाव आएगा।
- भारत और अन्य देशों ने एआई के सुरक्षित उपयोग और इसके सामाजिक प्रभावों पर चर्चा की।
- भारत का ‘इंडिया एआई मिशन’ देश को तकनीकी महाशक्ति बनाने में मदद करेगा।
पेरिस एआई शिखर सम्मेलन 2025 ने दुनिया को एआई के विकास और चुनौतियों पर विचार करने का एक मंच दिया। भारत ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर यह साफ कर दिया कि वह एआई में एक बड़ी ताकत बनने के लिए तैयार है। सरकार की नई नीतियां और निवेश देश को डिजिटल युग में आगे ले जाने में मदद करेंगे।