भारत के 76वें गणतंत्र दिवस (26 जनवरी 2025) पर मुख्य अतिथि के रूप में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबीआंतो का नाम सामने आया है। यह गणतंत्र दिवस भारत और इंडोनेशिया के रिश्तों के लिए खास होगा, क्योंकि दोनों देशों के बीच गहरे सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक संबंध हैं।
भारत-इंडोनेशिया के रिश्ते: भारत और इंडोनेशिया के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध रहे हैं। भारतीय संस्कृति का इंडोनेशिया पर गहरा प्रभाव है, विशेष रूप से हिंदू और बौद्ध धर्म के प्रसार के दौरान। दोनों देशों का व्यापार, रक्षा, शिक्षा और सुरक्षा के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ा है। भारत-इंडोनेशिया के रिश्तों में खासकर समुद्री सुरक्षा और आतंकवाद से निपटने के लिए साझेदारी मजबूत हो रही है।
राष्ट्रपति प्रबोवो सुबीआंतो का योगदान: प्रबोवो सुबीआंतो इंडोनेशिया के रक्षा मंत्री हैं और उनका भारत के साथ रिश्तों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उनके नेतृत्व में, दोनों देशों के बीच रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ा है। इसके अलावा, व्यापारिक और निवेश संबंधों को भी नए आयाम मिले हैं।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थिति: राष्ट्रपति प्रबोवो की उपस्थिति, भारत-इंडोनेशिया संबंधों को और मजबूती प्रदान कर सकती है। यह कदम द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए अहम होगा और भारत के साथ इंडोनेशिया के सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
इस महत्वपूर्ण मौके पर राष्ट्रपति प्रबोवो की उपस्थिति, भारत के गणतंत्र दिवस समारोह की गरिमा और महत्व को और बढ़ा सकती है।