ATM full form क्या है ? यह सवाल आपके भी मन में कई बार आया होगा । Google पर ATM full form से सम्बंधित कई तरह से लोग पूछते हैं जैसे एटीएम का फुल फॉर्म हिंदी में बताइए ,एटीएम का पूरा नाम हिंदी में क्या है , एटीएम को हिंदी में क्या कहते हैं ,एटीएम का हिंदी नाम आदि ।
इसका मतलब यह हुआ कि अभी बहुत लोगों को ATM का full form नही पता है इसके लिए मैं यह पोस्ट लिख रहा हूँ और इस पोस्ट में ATM से सम्बंधित सभी सवालों के जवाब आपको मिल जाएंगे ।
एटीएम को हिंदी में क्या कहते हैं इसके साथ ही साथ ,आपको यह भी पता चलेगा कि ATM Card कितने प्रकार के होते हैं और इन्हें कहां कहां पर उपयोग किया जा सकता है।
तो चलिये जानते हैं –
Table of Contents
ATM full form क्या है ? (What is full form of atm in hindi ?)
ATM के हर एक अक्षर का अलग अलग मतलब है यहां पर –
A- Automatic
T- Teller
M- Machine
अपने भी कभी न कभी ATM का उपयोग जरूर किया होगा । लेकिन यदि आपको इसका पूरा नाम नही पता तो यह आपके लिए कुछ हद शर्मिंदगी का कारण बन सकता है क्योंकि आज कल की परीक्षाओं में इस प्रकार के सवालों को पूछ लिया जाता है ।
अब हम बात करते हैं आखिर ATM full form का हिंदी में मतलब क्या होता है ? कभी कभी जनरल नॉलेज के लिए यह भी जरूरी हो जाता है।
सबसे पहले यह जानना है कि A से automatic तो होता है लेकिन इसे हिंदी में स्वचालित कहते हैं , अब बारी आती है T की यानी Teller इसे हिंदी में गणक कहते हैं और M से Machine को हिंदी में यंत्र कहते हैं ।अब अगर इसे हम एक साथ मिला दें तो इसका पूरा हिंदी नाम –
स्वचालित गणक यंत्र होता है ।
मोबाइल लेने से पहले प्रोसेसर का ज्ञान है जरूरी ?
अन्य ATM full form
किसी भी सॉर्ट नेम के कई दूसरे फुल फॉर्म और मतलब हो सकते हैं इसीप्रकार अन्य ATM FULL FORM हम आपको बता रहें जोकि कहीं न कहीं आपके काम आ सकते हैं –
- Asynchronous Transfer Mode जोकि Online टेलेकम्युनिकेशन्स के लिए बनाए गए सर्वर मॉड्यूल्स हैं जिन्हें ANSI और ITU जैसी बड़ी संस्थाओं ने बनाया है ।
- Altamira Airport यह एक एयरपोर्ट है जोकि ब्राजील देश में है । इसे भी सॉर्ट नाम एटीएम से जाना जाता है।
- Angkatan Tentara Malasia यह एक मलेशियन एयरफोर्स का नाम है इसे भी एटीएम से जाना जाता है ।
- Association of Teachers of Mathematics यह एक नॉन प्रॉफिटेबल संस्था UK की ।
- Air Traffic Management इसे भी ATM के नाम से जाना जाता है।
ATM क्या है ? (What is ATM in hindi)
ATM एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जिसका उपयोग बैंकिंग के क्षेत्र में पैसों का लेन देन करने के लिए किया जाता है। हालांकि इसका उपयोग करने के लिए बैंक के द्वारा दिया गया सिर्फ एक ATM Card होता है जिससे द्वारा हम अपने बैंक में जमा राशि को ATM Machine के द्वारा निकाल सकते हैं ।
ATM Machine एक Cash रखने वाली मशीन होती है जिसमें एक निश्चित मात्रा में पैसा रखा जाता है । जिस भी व्यक्ति को तत्काल रुपयों की जरूरत होती है वह बैंक ना जाकर इस मशीन के द्वारा अपने खाते से पैसे निकाल सकता है । इससे पैसे निकालने में सिर्फ कुछ ही मिनट लगतें हैं। इसीलिए आजकल ATM का उपयोग काफी मात्रा में किया जा रहा है जिससे कि समय की बहुत बचत होती है।
ATM कैसे काम करता है ? इसका प्रयोग कैसे करें (How does ATM machine work in hindi? )
प्रत्येक बैंक अपने नाम के ATM मशीन कई जगह पर लगवाते हैं । जिससे कि इनके ग्राहकों को सुविधा मिल सके ।
एटीएम का उपयोग करने के लिए आपको सबसे पहले अपनी बैंक से ATM Card जारी करवाना होता है । एटीएम कार्ड जारी होने के साथ आपको बैंक के द्वारा एक ATM Pin दिया जाता है या फिर इसे आपको खुद से Generate करना होता है।
अब आपको ATM से पैसे निकालने के लिए अपने ATM Card और Pin को साथ लेकर किसी भी बैंक के ATM Machine तक जाना है और वहां पर मशीन में दिए गए Card होल्डर में कार्ड को डालना होता है । ATM card पर एक Magnetic Strip लगी होती है जिसमें सीक्रेट कोड होता है और जैसे ही कार्ड को इन्सर्ट किया जाता है वह मैग्नेटिक स्ट्रिप को स्कैन कर लेता जिसमें आपके बैंक से जुड़ी सारी डिटेल्स होती है।
कुछ एटीएम में एटीएम कार्ड को केवल स्वाइप करना होता है और कुछ में तो एटीएम मशीन कार्ड को Transaction होने तक होल्ड करके रख लेते हैं। कार्ड को लगाने के बाद पिन को डालना होता है । और फिर दिए गए निर्देशो के अनुसार बटन को दबाना होता है।
साथ ही साथ आपको अपनी राशि को भी डालना होता है जितना Cash आप को निकलना होता है । यह Cash अपके बैंक एकाउंट से कट जाता है और मशीन से आपको Cash मिल जाता है।
यह सारी प्रकिया Internet से जुड़े बैंक सर्वर के द्वारा संभव हो पाता है।
ATM के मुख्य भाग कौन कौन से हैं ?(Parts of ATM)
एटीएम एक कंप्यूटिंग डिवाइस है और किसी भी कंप्यूटिंग डिवाइस में आप कुछ न कुछ इनपुट देना होता है तभी उस इनपुट के अनुसार आपको आउटपुट मिलता है –
इस प्रकार ATM को भी दो भागों में ही बांटा जा सकता है –
- Input Parts
- Output Parts
Input Parts
Card readers
Card reader एक प्रकार का स्कैनर होता है जिसमें ATM Card पर लगी मैग्नेटिक स्ट्रिप को स्कैन करके एटीएम मशीन बैंक की सारी जानकारी ले लेता है। ताकि यूजर की पुष्टि करके उसे अपने जरूरत के अनुसार Transaction करके की अनुमति दे सके ।
Keypad
यह मशीन पर लगा एक Physical बोर्ड होता है जिसमें 0 से 9 तक की सारी गिनतियां लिखी होती हैं और Cancel , Clear, Enter आदि के बटन दिए गए होते हैं जिनकी सहायता से एटीएम पिन को डाला जाता है।
Output Parts
Digital Screen
यह एटीएम का मुख्य बाग होता है जिसमें हर एक स्टेप पर आपको निर्देश दिए जाते हैं जिन्हें आप देखकर आगे की प्रक्रिया को पूरा कर सके । यह स्क्रीन रंगीन होती है। कुछ एटीएम टच स्क्रीन का भी उपयोग करते हैं जिनकी मदद से हम अपना काम आसानी से कर पाते हैं।
Speaker
कुछ एटीएम को छोड़कर लगभग सभी एटीएम में स्पीकर्स का उपयोग किया जाता है जिनका काम होता है कि जब भी आप कोई इनपुट देते हैं तो वह एटीएम के द्वारा सफल किया गया या नहीं इसकी जानकारी आपको Digital Screen और Speaker के माध्यम से Acknowledgement भेजने के लोए किया जाता है।
Cash Dispenser
यह एटीएम में Cash को बाहर निकलने का काम करता है । यह एक प्रकार का drawer होता है जिसकी सहायता से एटीएम मशीन आपके द्वारा किये गए अनुरोध के अनुसार यहां से पैसे निकलता है ।
Receipt Maker
इसमें एक Paper की Reel लगाई जाती है जोकि एकदम प्लेन होती है । जब भी कोई यूजर ट्रांसक्शन करता है किसी भी प्रकार का तो इसके माध्यम से एक रशीद प्रिंट होती है जिसमें आपके ट्रांसक्शन का सारी डिटेल्स दी होती है।
ATM के प्रकार क्या क्या हैं ?(Types of ATM इन hindi)
एटीएम की प्रकार की बात करें तो यहां पर कई प्रकार के एटीएम हैं –
Onsite ATM
इस प्रकार के एटीएम को बैंक अंदर लगाया जाता । जोकि निजी बैंक Consumers के लिए होते हैं इन्हें Onsite ATM कहा जाता है।
Offsite ATM
इस प्रकार के एटीएम जगहों पर लगाए जातें बैंक को छोड़कर । ताकि इन एटीएम का उपयोग सभी लोग कर सकें और बैंकिंग सुविधाओं को बढ़ाया जा सके ।
White Label ATM
इस प्रकार के एटीएम किसी Non-banking Financial Companies के द्वारा लगवाये जाते हैं और वह सभी सुविधाएं दी जाती हैं जिन्हें एटीएम में दी जानी चाहिए ।
Yellow Label ATM
इस प्रकार के ATM केवल E-commerce की सभी सुविधाओं को देने के लिए लगाया जाता है ताकि ऑनलाइन ट्रांसक्शन सुविधाओं का लाभ उठाया जा सके ।
Brown Label ATM
इस प्रकार के एटीएम बैंक खुद नही लगवाती है यह किसी प्राइवेट या एटीएम सर्विस प्रोवाइडर कम्पनीज को ठेके के रूप में लगवा देती है । इस प्रकार के ATM ब्राउन लेबल एटीएम कहलाते हैं।
Orange Label ATM
इस प्रकार के एटीएम Share Transaction के लिए उपयोग में लाये जाते हैं।
Pink Label ATM
इस प्रकार के एटीएम केवल महिलाओं के लिए लगाए जाते हैं।
Green Label ATM
इस प्रकार के एटीएम सभी प्रकार के Agriculture transaction के लिए उपयोग में लाये जाते हैं।
ATM से जुड़ी कुछ खाश बातें –
ATM से जुड़ी इन बातों को जानना चाहिये शायद आपको कभी काम आ जाये –
- एटीएम का अविष्कार सर जॉन शेफर्ड बैरोन ने किया था।
- दुनिया का पहला Floating ATM भारत में भारतीय स्टेट बैंक के द्वारा केरल में स्थापित किया गया ।
- India का पहला ATM जोकि HSBC ले द्वारा 1987 में स्थापित किया गया जोकि हांगकांग और शंघाई की बैंकिंग कॉर्पोरेशन थी ।
- दुनिया का सबसे पहला एटीएम लंदन के Barclays Bank में 27 जून 1967 में स्थापित किया गया था ।
- दुनिया में सबसे पहला व्यक्ति जिसने एटीएम का उपयोग किया वो थे कॉमेडियन रेग वर्नी जिन्होंने Cash निकाला था ।
- Romania एक ऐसा देश जहां पर बिना बैंक एकाउंट के आप पैसे निकाल सकते हैं यह एक यूरोपीय देश है।
- Biometric एटीएम जिसमें आपको अपने फिंगरप्रिंट को स्कैन करवाना होता है और आप पैसे निकाल सकते हैं।
- जॉन शेफर्ड बैरोन ने एटीएम का पिन 6 अंकों का रखा था लेकिन यह उनकी पत्नी के लिए याद रखना मुश्किल था तो उन्होंने इसे 4 अंकों का कर दिया ।
एक नजर इधर भी –
दोस्तों मैंने इस पोस्ट में आपको ATM full form in hindi से जुड़ी सभी जानकारी देने की कोशिस की है
यदि अभी भी आपको इससे सम्बंधित किसी प्रकार की सहायता चाहिये या किसी प्रकार का संदेह है तो आप हमें कमेंट करके जरूर पूछें हम आपकी पूरी सहायता करेंगे ।
हमें इस तरह की बेहतर पोस्ट बनाने के लिए काफी मेहनत लगती है आज से छोटी सी गुजारिश है कि आप हमारे इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि और भी लोगों की मदद हो सके और हमें भी प्रोत्साहित करें और भी बेहतर लेख लिखने के लिए।