मौनी अमावस्या 2025: जानें तिथि, महत्त्व और विशेष जानकारी
मौनी अमावस्या कब है?
इस साल मौनी अमावस्या 29 जनवरी 2025, बुधवार को मनाई जाएगी। इस दिन अमावस्या तिथि का प्रारंभ 28 जनवरी 2025 को रात 9:29 बजे होगा और यह 29 जनवरी 2025 को रात 10:42 बजे समाप्त होगी।
मौनी अमावस्या का महत्त्व
मौनी अमावस्या का हिंदू धर्म में बहुत महत्त्व है। यह दिन पवित्र स्नान, दान और मौन व्रत के लिए खास माना जाता है। इस दिन गंगा नदी में स्नान और दान करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इससे पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
‘मौन’ का अर्थ
मौनी अमावस्या में ‘मौन’ का अर्थ है चुप रहना। इस दिन लोग मौन व्रत रखते हैं और आत्मचिंतन करते हैं। ऐसा माना जाता है कि मौन रहने से मन शुद्ध होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
क्या करें इस दिन?
- स्नान: सूर्योदय से पहले पवित्र नदियों जैसे गंगा में स्नान करें। यदि यह संभव न हो, तो घर में पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें।
- दान: जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र, तिल, गुड़, चावल आदि का दान करें।
- जप और ध्यान: भगवान विष्णु का ध्यान करें और मंत्रों का जाप करें।
- मौन व्रत: इस दिन जितना हो सके, मौन रहकर आत्मनिरीक्षण करें।
पौराणिक कथा
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन देवताओं ने समुद्र मंथन के समय अमृत प्राप्त किया था। यह दिन भगवान विष्णु और सूर्य देव को समर्पित है।
विशेष स्थान
मौनी अमावस्या पर प्रयागराज (त्रिवेणी संगम) में श्रद्धालु बड़ी संख्या में एकत्रित होते हैं। यहां स्नान और पूजा-पाठ करने से विशेष पुण्य मिलता है
मौनी अमावस्या आत्मशुद्धि और पुण्य अर्जित करने का एक पावन अवसर है। यह दिन हमें अपने मन को शांत रखने और दूसरों की मदद करने की प्रेरणा देता है।