प्रधानमंत्री मोदी और शतरंज चैंपियन डी. गुकेश की प्रेरक मुलाकात
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में शतरंज के युवा चैंपियन डी. गुकेश से मुलाकात की, जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत, समर्पण और आत्मविश्वास से शतरंज के इतिहास में अपनी जगह बनाई है। 18 वर्षीय गुकेश ने हाल ही में विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीतकर दुनिया को चौंका दिया। उन्होंने चीन के डिंग लिरेन को हराकर यह महत्वपूर्ण जीत हासिल की, और अब वह इस खिताब को जीतने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी बोले, “गुकेश की जीत ने लाखों युवाओं को प्रेरित किया”
प्रधानमंत्री मोदी ने इस ऐतिहासिक जीत की सराहना करते हुए कहा, “गुकेश, आपने न केवल शतरंज की दुनिया में अपना नाम दर्ज कराया है, बल्कि आप लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हैं। आपकी मेहनत और समर्पण ने इस उपलब्धि को संभव बनाया है। आपकी भविष्यवाणी सच साबित हुई है और आपने हम सबका गर्व बढ़ाया है।”
गुकेश ने अपनी सफलता का श्रेय अपने कोच और परिवार को देते हुए कहा, “यह मेरे कोच और परिवार का समर्थन था जिसने मुझे इस मुकाम तक पहुँचने में मदद की। मैं हर कदम पर उनका आभारी हूँ। मेरी जीत केवल मेरी नहीं है, बल्कि यह सभी लोगों की मेहनत का नतीजा है जो मेरे साथ खड़े रहे।”
प्रधानमंत्री मोदी और गुकेश के बीच शतरंज और खेल के अन्य पहलुओं पर भी दिलचस्प चर्चा हुई। मोदी ने यह भी बताया कि शतरंज एक ऐसा खेल है जो जीवन की रणनीतियों और मानसिक बल को सिखाता है। वे गुकेश से यह पूछते हैं कि क्या उन्होंने कभी सोचा था कि यह खेल उन्हें इतनी ऊँचाइयों तक ले जाएगा।
गुकेश ने जवाब दिया, “शुरुआत में तो यह सिर्फ एक शौक था, लेकिन समय के साथ मैंने इसे अपनी ज़िंदगी का हिस्सा बना लिया और कड़ी मेहनत की। आज जो भी कुछ हासिल किया, वह उसी मेहनत का परिणाम है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने गुकेश को उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दी और कहा, “तुमने अब तक जो हासिल किया है, वह तो सिर्फ शुरुआत है। आने वाले समय में तुम्हारी यात्रा और भी शानदार होगी और तुम पूरे देश के लिए एक प्रेरणा बने रहोगे।”
यह मुलाकात न केवल डी. गुकेश के लिए, बल्कि समूचे भारत के युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक संदेश लेकर आई है। यह दर्शाता है कि अगर व्यक्ति में आत्मविश्वास, समर्पण और मेहनत हो, तो किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल की जा सकती है। डी. गुकेश की यह उपलब्धि शतरंज के खेल में एक नया अध्याय है और उनकी सफलता ने यह साबित कर दिया कि कोई भी सपना साकार किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री मोदी और डी. गुकेश की यह मुलाकात देश के युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा बन गई है, जो अपने लक्ष्यों को पाने के लिए लगातार संघर्ष करते हैं।