इंदौर के बाणगंगा इलाके में एक 28 वर्षीय फोटोग्राफर, नितिन पडियार ने आत्महत्या कर ली, जिससे पूरे शहर में सनसनी फैल गई। नितिन ने आत्महत्या से पहले 14 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी हर्षा शर्मा, सास सीता शर्मा और सालियों पर गंभीर आरोप लगाए।
सुसाइड नोट में 20 लाख रुपये की मांग, दहेज प्रताड़ना का झूठा केस दर्ज कराने की धमकी और राजस्थान पुलिस द्वारा 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगने जैसे चौंकाने वाले खुलासे किए गए ह
1. पत्नी और ससुराल पर 20 लाख की मांग का आरोप
नितिन ने अपने पत्र में लिखा:
“मेरी पत्नी, सास और उनकी बेटियों ने मिलकर मेरी जिंदगी को नर्क बना दिया। शादी के बाद से ही वे मुझे ब्लैकमेल कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अगर मैं 20 लाख रुपये नहीं दूंगा, तो मुझ पर दहेज प्रताड़ना का झूठा केस कर देंगे।”
“मैंने कई बार समझौते की कोशिश की, लेकिन वे सिर्फ पैसे चाहते थे। मैं मानसिक रूप से टूट चुका हूं।”
2. राजस्थान पुलिस पर रिश्वतखोरी का आरोप
सुसाइड नोट में नितिन ने राजस्थान पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाया। उन्होंने लिखा:
“जब मेरे खिलाफ झूठा केस दर्ज हुआ, तो मैं राजस्थान पुलिस के पास गया। वहां के अधिकारियों ने मुझसे कहा कि अगर मैं 50 हजार रुपये दूं, तो वे मेरे खिलाफ एफआईआर से मेरा नाम हटा देंगे।”
“अगर पुलिस भी रिश्वत मांग रही है, तो एक निर्दोष व्यक्ति कहां जाएगा? न्याय नहीं मिलने के कारण ही मैं यह कदम उठा रहा हूं।”
3. सरकार से कानून बदलने की अपील
नितिन ने पत्र में सरकार से वैवाहिक कानूनों में बदलाव की मांग करते हुए लिखा:
“मैं चाहता हूं कि मेरी मौत के बाद इस विषय पर चर्चा हो। कई निर्दोष पुरुष झूठे दहेज और घरेलू हिंसा के मामलों में फंसाए जा रहे हैं। महिलाओं को दिए गए कुछ अधिकारों का दुरुपयोग किया जा रहा है।”
“मैं सभी युवाओं से अपील करता हूं कि बिना किसी कानूनी समझौते (एग्रीमेंट) के शादी न करें, ताकि बाद में कोई झूठे केस का शिकार न बने।”
4. माता-पिता और दोस्तों के लिए आखिरी संदेश
अपने माता-पिता और दोस्तों के लिए नितिन ने लिखा:
“मां-पापा, मुझे माफ कर देना। मैं इस अन्याय से लड़ते-लड़ते थक गया हूं। मुझे अब कोई रास्ता नहीं दिख रहा।”
“मेरे दोस्तों, मेरी कहानी हर किसी तक पहुंचनी चाहिए, ताकि कोई और मेरी तरह अपनी जिंदगी खत्म न करे।”
परिवार और समाज में आक्रोश, न्याय की मांग
नितिन की आत्महत्या के बाद उनके परिवार और स्थानीय लोगों में आक्रोश है। उनके माता-पिता और रिश्तेदारों ने ससुराल वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
वहीं, पुलिस ने सुसाइड नोट की प्रामाणिकता की जांच शुरू कर दी है और सभी आरोपों की सत्यता की पुष्टि के लिए मामले की गहन जांच की जा रही हैं इस घटना के बाद समाज में वैवाहिक विवादों और कानूनों के दुरुपयोग पर चर्चा शुरू हो गई है। कई लोग मांग कर रहे हैं कि दहेज और घरेलू हिंसा के मामलों की निष्पक्ष जांच के लिए सख्त नियम बनाए जाएं, ताकि किसी निर्दोष को झूठे मामलों में न फंसाया जाए।