जयपुर-अजमेर हाईवे पर भयानक हादसा: एलपीजी टैंकर ब्लास्ट से 14 की मौत, 44 घायल
20 दिसंबर की सुबह, राजस्थान के जयपुर-अजमेर हाईवे पर एक भयावह दुर्घटना ने सभी को चौंका दिया। भांकरोटा इलाके में एक एलपीजी टैंकर में हुए धमाके के बाद आग ने इतनी भयानक रूप लिया कि हाईवे पर खड़ी लगभग 35 गाड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया। इस हादसे में 14 लोगों की जान चली गई, जबकि 44 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। यह हादसा इतना विकराल था कि प्रभावित इलाके में आग की लपटें एक किलोमीटर तक दिखाई दे रही थीं।
कैसे हुआ हादसा?
पुलिस ने बताया कि हादसा सुबह करीब 5-6 बजे के बीच हुआ, जब एलपीजी टैंकर एक ट्रक से टकरा गया। टक्कर के कारण टैंकर के नोजल से गैस का रिसाव हुआ और गैस लीक होते ही आग ने भयंकर रूप ले लिया। आग की लपटें इतनी तेज़ी से फैलीं कि आसपास के वाहन भी उसकी चपेट में आ गए। वाहनों के भीतर बैठे लोग तुरंत बाहर नहीं निकल सके और कई लोग मौके पर ही जलकर मर गए। पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ के अनुसार, यह घटना इतनी अचानक हुई कि लोग संभल भी नहीं पाए और देखते ही देखते कई गाड़ियाँ जलकर राख हो गईं।
हादसे की गंभीरता:
हादसा इतना भीषण था कि 29 ट्रक, 2 बसें और अन्य गाड़ियाँ पूरी तरह से जल गईं। राष्ट्रीय राजमार्ग का करीब 300 मीटर हिस्सा प्रभावित हुआ, जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई। एक पाइप बनाने वाली फैक्ट्री भी हादसे में बुरी तरह तबाह हो गई। आग की लपटों से पिघले हुए पाइप फैक्ट्रियों के पास फैल गए, जिससे और भी नुकसान हुआ।
एसआईटी जांच:
इस घटना के बाद, जयपुर पुलिस कमिश्नर ने एसआईटी (विशेष जांच टीम) का गठन किया है, जो हादसे की पूरी जांच करेगी। टीम में एडिशनल डीसीपी आलोक सिंगल, एसीपी हेमंत शर्मा, एसीपी राजेंद्र रावत, और अन्य अधिकारी शामिल हैं। हादसे की जांच के लिए फॉरेंसिक विशेषज्ञों और परिवहन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची है। प्रारंभिक जांच के बाद यह निष्कर्ष सामने आया है कि टैंकर का नोजल टूटने से गैस का रिसाव हुआ, जिससे आग लगी और इसने पूरे इलाके को अपनी चपेट में ले लिया।
अधिक जानकारी और प्रभावित लोग:
हादसे के बाद, राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाए गए। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया और कई लोगों को गंभीर हालत में भर्ती किया गया है। स्थानीय प्रशासन ने भी प्रभावित लोगों को सहायता देने के लिए तत्परता दिखाई।
जयपुर-अजमेर हाईवे पर हुआ यह हादसा न केवल राजस्थान, बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ा झटका है। लोग इस दुर्घटना के कारणों और जिम्मेदारों के बारे में जानने के लिए बेचैन हैं। अब एसआईटी की जांच के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि यह हादसा किसकी लापरवाही के कारण हुआ और क्या भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सकता है।